नन्हा सा फूल है हम, प्रभु के चरणों की धुल है हम।
आये हे हम तो तेरे द्वार, प्रभुजी हमरी, पूजा करो स्वीकार।
सुन लो हमारी अर्ज़ी हमको कुछ ज्ञान दो,
जीवन को जीना सीखे ऐसा वरदान दो.
सूरज सी शान पाले, चंदा सा मान पाले
इतना सा देदो वरदान, गुरुजी हमरी पूजा करो स्वीकार।
हम तो निर्गुनियाँ हे, बस इतनी बात है,
हमरे जीवन की डोर, अब तेरे हाथ है,
थोडा सा गुण मिल जाए, निधर्न को धन मिल जाए,
माने तुम्हारा उपकार, प्रभुजी हमरी पूजा करो स्वीकार।
🙏🙏🙏नन्हा सा फूल है हम, प्रभु के चरणों की धुल है हम 🙏🙏🙏
१. प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर का निर्माण (अंदाजित बजेट खर्च ११ करोड़ रुपये)
२. मुसाफिरों के रहने के लिए आवासो का निर्माण (अंदाजित बजेट खर्च ५ करोड़ रुपये)
३. अन्नक्षेत्र कार्यरत करना
१. धार्मिक एवं सांस्कृतिक काय्रक्रमों का आयोजन
२. चैरिटी एक्टिविटी (जरुरियतमंदो को कपडे,कंबल का वितरण, अन्नदान, विद्यार्थीओ को नोटबुक्स वितरण जैसी एक्टिविटी)
३. बच्चों के लिए क्रिएटिविटी सिखने के ट्रेनिंग का आयोजन (जैसे संगीत सीखना)